MLA Full Form in Hindi, MLA कौन होता है, MLA का चुनाव, योग्यता, सैलरी, कर्तव्य, जिम्मेदारी

दोस्तों आपने MLA या विधायक का नाम तो जरूर सुना होगा कि उनके पास कितनी ज्यादा क्षमता या शक्ति होती है। आपमें उनके बारे में तो जानने की जरूर इच्छा हुई होगी। तो आज हम आज के इस पोस्ट में एमएलए के बारे में पूरी जानकारी देंगे जिसमें MLA Full Form in Hindi, MLA कौन होता है तथा एमएलए से संबंधित सम्पूर्ण जानकारी जो आपको जाननी चाहिए आपके लिए हम इस लेख में लाए हैं तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़िए।
MLA Full Form in Hindi
MLA का फुल फार्म Member of Legislative Assembly होता है जिसका उच्चारण मेम्बर ऑफ़ लेगिसलेटिव असेम्बली होता है तथा हिंदी में इसका पूरा नाम विधायक होता है। यह एक राज्य विधान सभा का सदस्य होता है।
MLA Full Form in english | Member of Legislative Assembly |
MLA ka Full Form | विधायक |
MLA कौन होता है?
MLA भारत के राज्यों में विशेष निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित होता है। जब राज्य विधान सभा के चुनाव होते हैं, तब लोग अपने निर्वाचन क्षेत्र से एक MLA को वोट देते हैं। MLA का काम उनके निर्वाचन क्षेत्र में रहने वाले लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए लगातार काम करना रहता है और राज्य स्तर पर कानून बनाने वाली प्रक्रिया में भी भाग लेना रहता है।
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MLA का चुनाव कैसे होता है?
एमएलए का चुनाव निम्न प्रक्रिया के तहत होता है-
- MLA का चुनाव भारतीय चुनाव आयोग द्वारा आयोजित किया जाता है। राज्य विधान सभा चुनावों के दौरान निर्वाचन क्षेत्रों के लोग अपने पसंदीदा उम्मीदवार के लिए वोट डालते हैं। निर्वाचन क्षेत्र का नाम, लोगों की संख्या और वोट डालने की तारीख आदि जानकारी चुनाव आयोग द्वारा जारी होती है।
- चुनाव की तारीख के पहले उम्मीदवारों को नामांकित होने के लिए उनके पास कुछ पात्रता मानदंड होने चाहिए, जैसे कि उनकी आयु, नागरिकता आदि। उन्हें नामांकित होने के लिए चुनाव आयोग द्वारा एक निर्दिष्ट समय सीमा तय की जाती है।
- चुनाव के दिन, लोग अपने निर्वाचन क्षेत्र में जाकर वोट डालते हैं। वोटिंग के बाद, वोटों की गिनती की जाती है और जिस उम्मीदवार को अपने निर्वाचन क्षेत्र में सबसे ज्यादा वोट प्राप्त होती है, वह अपने निर्वाचन क्षेत्र का MLA बनता है।
इस तरह से, एमएलए का चुनाव भारत के लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत पूर्ण होती है जो नियमित अंतराल पर समय-समय पर होती रहती है।
इस प्रकार, भारत में एमएलए चुनाव के लिए उम्मीदवारों को कुछ निश्चित मानदंडों को पूरा करने की आवश्यकता होती है।
MLA बनने के लिए योग्यता
MLA (विधान सभा सदस्य) बनने के लिए भारत में निम्नलिखित योग्यताएं होनी चाहिए:-
- उम्र:- उम्र की सीमा 25 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- नागरिकता:- उम्मीदवार को भारत का नागरिक होना ही।
- निवास:- उम्मीदवार को वह निर्वाचन क्षेत्र में निवास करना चाहिए जो कि उप निर्वाचन अधिकारी द्वारा निर्धारित की गई सीमा के अंदर हो।
- शिक्षा:- कोई विशेष शिक्षा आवश्यकता नहीं रहती है पर उम्मीदवार को कम से कम माध्यमिक शिक्षा प्राप्त करनी ही चाहिए।
- पारंपरिकता:- उम्मीदवार की राजनीतिक पारंपरिकता नहीं होनी चाहिए यह भी एमएलए की उम्मीदवार के लिए एक क्राइटेरिया है।
- अन्य: उम्मीदवार को अपनी नामांकन फीस जमा करनी होगी तथा वह अपराधिक नहीं होना चाहिए और उसके खिलाफ कोई निलंबन नहीं होना चाहिए।
इसके अलावा भारतीय चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित निर्देशों और अधिसूचनाओं के अनुसार उम्मीदवार को अपनी योग्यता को बताने और अन्य निर्देशों का पालन करना होता है।
विधायक की सैलरी कितनी रहती है?
भारत में विधायकों की सैलरी राज्य सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है। विभिन्न राज्यों में विधायकों की सैलरी में अंतर हो सकता है और इसमें समय-समय पर बदलाव भी होता रहता है।
अधिकतम सीमा के अनुसार, भारत के विभिन्न राज्यों में विधायकों की मासिक सैलरी कुछ हजार रुपये से कुछ लाख रुपये तक हो सकती है इसके अलावा विधायकों को अन्य भत्तों जैसे आवास, यात्रा, टेलीफोन व इंटरनेट बिल आदि का भी भुगतान किया जाता है। इस कारण से भी विधायकों की सैलरी राज्य सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है और विभिन्न राज्यों और समय-समय पर इसमें बदलाव होता रहता है।
10 राज्य जिनमें विधायकों की सैलरी ज्यादा है-
भारत में विभिन्न राज्यों में विधायकों को विभिन्न सैलरी दी जाती है और इसमें विभिन्नता होती है। कुछ निम्न राज्य हैं जहां विधायकों की सैलरी अधिक है-
1. तेलंगाना: तेलंगाना में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 2.5 लाख रुपये (सबसे ज्यादा) है।
2. दिल्ली: वहां विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 2.10 लाख रुपये है।
3. उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 1.87 लाख रुपये के आसपास है।
4. तेलंगाना: तेलंगाना में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 95,000 रुपये है।
5. महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 1.70 लाख रुपये है।
6. जम्मू और कश्मीर: जम्मू और कश्मीर में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 1.60 लाख रुपये है।
7. उत्तराखंड: उत्तराखंड में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 1.60 लाख रुपये है।
8. आंध्र प्रदेश: आंध्र प्रदेश में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 1.30 लाख रुपये है।
9. हिमाचल प्रदेश: हिमाचल प्रदेश में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 65,000 रुपये है।
10. हरियाणा: हरियाणा में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 1.25 लाख रुपये है।
ये सैलरी के आंकड़े समय-समय पर बदलते रहते हैं।
10 राज्य जिनमें विधायकों की सैलरी कम है-
भारत में विधायकों की सैलरी विभिन्न राज्यों में अलग-अलग होती है। निम्न कुछ राज्य हैं जहां पर विधायकों की सैलरी कम है:-
1. गुजरात: गुजरात में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 65,000 रुपये है।
2. उड़ीसा: उड़ीसा में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 62,000 रुपये है।
3. मेघालय: मेघालय में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 59,000 रुपये है।
4. पुडुचेरी: पुडुचेरी में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 50,000 रुपये है।
5. अरुणाचल प्रदेश: अरुणाचल प्रदेश में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 49,000 रुपये है।
6. मिजोरम: मिजोरम में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 47,000 रुपये है।
7. असम: असम में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 42,000 रुपये है।
8. मणिपुर: मणिपुर में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 37,000 रुपये है।
9. नागालैंड: नागालैंड में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 36,000 रुपये है।
10. त्रिपुरा: त्रिपुरा में विधायकों की मासिक सैलरी लगभग 34,000 रुपये ( सबसे कम) है।
ये सैलरी के आंकड़े समय-समय पर बदलते रहते हैं।
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MLA को मिलने वाली सुविधाएं
विधायक (MLA) को अनेक सुविधाएं प्राप्त होती हैं। ये सुविधाएं उनकी पद-स्थापना के बाद स्वच्छंदता से मिलती हैं और उन्हें अपने क्षेत्र के विकास और लोगों की सेवा करने में सहायता करती हैं।
कुछ मुख्य सुविधाएं निम्नलिखित हैं:-
- MLA को बहुत सी वित्तीय सुविधाएं प्राप्त होती हैं। उन्हें विधायक वेतन, दैनिक भत्ते, विशेष भत्ते, इंटरनेट बिल और विभिन्न अन्य भत्ते जैसी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
- विधायकों को अपने क्षेत्र में स्थानीय विकास योजनाओं, स्कूलों, अस्पतालों, रोड नेटवर्क, पानी आपूर्ति, बिजली आपूर्ति और अन्य सुविधाओं के विकास के लिए विभिन्न केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा निर्धारित धनराशि का उपयोग करने की सुविधा होती है।
- विधायक अपने क्षेत्र में सामाजिक कार्यों जैसे कि स्वच्छता अभियान, पुस्तक मेले, खेल दिवस, स्वस्थ भारत अभियान आदि का आयोजन करने में मदद कर सकते हैं।
- विधायक अपने क्षेत्र में स्थानीय लोगों की समस्याओं को समझते हुए उन्हें हल करने के लिए अपने जनपद में स्थानीय सरकारी विभागों और अन्य संगठनों के साथ संपर्क में रहते हुए उनकी मदद कर सकते हैं।
- विधायक अपने क्षेत्र में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए स्कूलों और कॉलेजों के विकास को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
- विधायक अपने क्षेत्र में स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए नई रोजगार योजनाओं के विकास को प्रोत्साहित कर सकते हैं।
ये कुछ सामान्य सुविधाएं हैं जो एक विधायक को मिलती हैं, लेकिन इसके अलावा भी अन्य सुविधाएं हो सकती हैं जो विभिन्न राज्यों और क्षेत्रों में अलग-अलग हो सकती हैं।
MLA के कर्तव्य
MLA यानी “Member of Legislative Assembly” अपने चुनावी क्षेत्र में चुने जाते हैं और उन्हें उनके क्षेत्र के लोगों के हितों की रक्षा करनी होती है। इनके कुछ मुख्य कर्तव्य निम्नलिखित होते हैं:-
- विधान सभा में उपस्थिति:- MLA का मुख्य कर्तव्य विधान सभा में उपस्थित होना होता है। वह विधान सभा के कार्यकारी और विधायकों के साथ सहयोग करता हुआ अपने क्षेत्र के मुद्दों पर चर्चा करता है।
- कानून बनाना:- MLA का एक और मुख्य कर्तव्य नए कानून बनाने के लिए संविधान संशोधन विधेयकों को उत्तरदायी तरीके से पारित करना होता है।
- विधान सभा में बजट वितरण के बारे में चर्चा करना:- MLA के तीसरा मुख्य कर्तव्य विधान सभा में बजट वितरण के बारे में चर्चा करना होता है। वह अपने क्षेत्र के लोगों के हितों के लिए बजट में उनके लिए उपलब्ध धनराशि का उपयोग करने के लिए प्रेशर देकर कहता है।
- अपने क्षेत्र के विकास के लिए काम करना:- MLA का चौथा मुख्य कर्तव्य उनके क्षेत्र के विकास के लिए काम करना होता है। वह सरकार के साथ सहयोग करता है और अपने क्षेत्र के विकास के लिए विभिन्न योजनाओं का समर्थन करता है।
आमतौर पर, एमएलए के कर्तव्य उनके क्षेत्र के लोगों की सेवा करना होता है और भारतीय संविधान के अनुसार अपने क्षेत्र के मुद्दों पर चर्चा करना होता है।
विधायक की जिम्मेदारियां
- अपने क्षेत्र में स्थानीय आपदा या असामान्य परिस्थितियों के मामलों पर नजर रखना और उन्हें हल करने के लिए कार्यवाही करना।
- अपने क्षेत्र में स्थानीय विकास योजनाओं के लिए अनुमतियों की अनुपस्थिति के बारे में सरकार से बातचीत करना और उन्हें समझाना।
- अपने क्षेत्र में संवैधानिक संशोधनों और नए कानूनों के लिए सरकार से मांग पेश करना और उन्हें समझाना।
- अपने क्षेत्र में स्थानीय समस्याओं के समाधान के लिए विभिन्न सरकारी विभागों के साथ संपर्क करना और समझौतों पर हस्ताक्षर करना।
- राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं और केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के लिए अपने क्षेत्र में अनुपातित धनराशि का उपयोग करना।
- बजट अनुमतियों की जांच करना और निरीक्षण करना कि वे उनके क्षेत्र के लोगों के लिए उपयोगी हैं या नहीं।
- अपने क्षेत्र में स्थानीय विकास को प्रोत्साहित करने के लिए उद्योग, पर्यटन और वित्तीय सेवाओं को बढ़ावा देना।
- अपने क्षेत्र में शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिए स्थानीय स्कूलों और कॉलेजों के विकास के लिए प्रस्तावों का समर्थन करना।
इसके अलावा, विधायक को अपने क्षेत्र के लोगों के समस्याओं को समझना और उन्हें हल करने के लिए उनके साथ संपर्क में रहना भी आवश्यक होता है।
MLA के बारे में कुछ इंटरेस्टिंग बात
MLA के बारे में कुछ इंटरेस्टिंग बातें हैं जो निम्नलिखित हैं:-
- भारत में MLA का पद राज्य सभा और विधान सभा में होता है। राज्य सभा में एमएलए को राज्य सभा सदस्य कहा जाता है, जबकि विधान सभा में एमएलए को विधायक कहा जाता है।
- भारत में सबसे ज्यादा एमएलए उत्तर प्रदेश में हैं जहां 404 MLA हैं।
- भारत में सबसे कम एमएलए पांडिचेरी में हैं, जहां पर सिर्फ 33 एमएलए हैं।
MLA Full Form (विधायक की श्रेणी (category) के हिसाब से)
विधायक की category के हिसाब से MLA की फुल फॉर्म निम्नलिखित होती है:-
1. SC MLA – Scheduled Caste Member of Legislative Assembly
2. ST MLA – Scheduled Tribe Member of Legislative Assembly
3. OBC MLA – Other Backward Class Member of Legislative Assembly
4. GEN MLA – General Member of Legislative Assembly
5. WOMAN MLA – Woman Member of Legislative Assembly
6. MINORITY MLA – Minority Member of Legislative Assembly
7. UR MLA – Unreserved Member of Legislative Assembly
8. PH MLA – Physically Handicapped Member of Legislative Assembly
9. NRI MLA – Non-Resident Indian Member of Legislative Assembly
10. EWS MLA – Economically Weaker Sections Member of Legislative Assembly
MLA Full Form
MLA Full Form in Language
Master of Logistics Administration
MLA Full Form in Politics
Member of Legislative Assembly
MLA Full Form in Language in hindi
विदेशी भाषा में मास्टर ऑफ लॉजिस्टिक्स
MLA Full Form in Human Nutrition Science
Master of Liberal Arts
MLA Full Form (अन्य)
1. Medical Library Association
2. Master of Landscape Architecture
3. Modern Language Association
4. Marine and Leisure Activities (जहाजों की यात्राओं और फुर्सत की गतिविधियों से संबंधित होता है)
5. Minority Leadership Academy
6. Municipal Leasing and Asset Management (नगरीय किराए पर लेने और एसेट प्रबंधन से संबंधित होता है)
7. Magnetic Latching Actuator (इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में इसका उपयोग होता है)
8. Multi-Letter Acronym (एक और एकाधिक अक्षर वाले शब्दों का संक्षिप्त रूप होता है)
FAQ
MLA ka Full Form क्या होता है?
MLA का पूर्ण रूप होता है “Member of Legislative Assembly” तथा हिंदी में विधायक होता है।
विधायक पद के लिए उम्मीदवार की आयु कितनी होनी चाहिए
भारत में विधायक पद के लिए उम्मीदवार की आयु की सीमा राज्य सरकार द्वारा निर्धारित की जाती है। अलग-अलग राज्यों में विधायक पद के लिए आयु सीमा में तथ्यों में कुछ अंतर हो सकते हैं।
ज्यादातर राज्यों में, विधायक पद के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 25 वर्ष होनी चाहिए।
किस राज्य के विधायक का वेतन सबसे अधिक होता है?
तेलंगाना राज्य के विधायकों का वेतन सबसे ज्यादा रहता है।
क्या अलग-अलग राज्यों के विधायकों के वेतन अलग-अलग रहते हैं?
जी हां अलग-अलग राज्यों के विधायकों का वेतन अलग अलग होता है।
किस राज्य के विधायक का वेतन सबसे कम है?
त्रिपुरा राज्य के विधायक का वेतन सबसे कम है।
निष्कर्ष-
दोस्तों आज के इस लेख में हमने MLA के बारे में पूरा जाना जिसमें हमने MLA Full Form in Hindi, MLA कौन होता है तथा MLA से संबंधित संपूर्ण जानकारी आपके साथ साझा की। आशा करते हैं कि आपको हमारे द्वारा लिखा गया आज का यह लेख जरूर पसंद आया होगा। कृपया इस लेख को अपने दोस्तों के साथ भी जरूर साझा कीजिए।
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