SAARC Full Form in Hindi | SAARC क्या है और सार्क का मुख्य उद्देश्य

SAARC Full Form in Hindi, SAARC क्या है, सार्क के सदस्य देश, महत्त्व, उद्देश्य

विश्व में ऐसे कई देश हैं जिन्होंने आपस में मिलकर बहुत सारे समूह बनाए हुए हैं जिससे वे एक दूसरे की सहायता कर सकें इनमें प्रमुख हैं नाटो, ब्रिक्स आदि। इसी प्रकार का एक अन्य समूह है जिसका नाम है SAARC (सार्क)। इस समूह मैं केवल दक्षिण एशिया के कुछ ही देशों को शामिल किया गया है। इसी कड़ी में आज हम इस लेख के माध्यम से आपके साथ SAARC Full Form in Hindi, SAARC क्या है और सार्क का मुख्य उद्देश्य क्या क्या है इसकी जानकारी साझा करेंगे।

SAARC Full Form in Hindi

सार्क का फुल फॉर्म South Asian Association for Regional Cooperation है और हिन्दी में साउथ एशियन एसोसिएशन फॉर रीजनल कोऑपरेशन लिखा जाता है। इसका हिंदी में फुल फॉर्म दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन होता है। आपसी सहयोग के साथ शांति स्थापित करना ही इस संगठन का उद्देश्य है।

SAARC क्या है?

South Asian Association for Regional Cooperation सार्क का पूरा नाम या SAARC का फुल फॉर्म है। आर्थिक व राजनीतिक संगठन सार्क में 8 देश शामिल है जिनके नाम निम्न है- भारत, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, भूटान, नेपाल, मालदीव, श्रीलंका और पाकिस्तान। इसकी स्थापना 8 दिसंबर 1985 में बांग्लादेश के ढाका में की गई थी जहां इन सभी देशों ने चार्ट पर एक साथ हस्ताक्षर करके की थी। प्रारंभ में इस संगठन में केवल 7 ही देश से किंतु बाद में 14वें सम्मेलन में अफगानिस्तान को 2007 में सम्मिलित किया गया। वर्तमान में इस संगठन का मुख्य कार्यालय नेपाल की राजधानी काठमांडू में है।

सार्क के सदस्य देश कौन-कौन से है?

साउथ एशियन एसोसिएशन फॉर रीजनल कोऑपरेशन (SAARC) संगठन के निर्माण के समय प्रारंभ में सार्क संगठन में केवल 7 ही सदस्य देश थे जो निम्न है- भारत, बांग्लादेश, भूटान, नेपाल, मालदीव, श्रीलंका और पाकिस्तान किंतु बाद में जब सार्क का 14 वा सम्मेलन अप्रैल 2007 में हुआ तो इस समूह में अफगानिस्तान को भी जगह दिया गया और उसे भी शामिल कर लिया गया इस प्रकार इस संगठन में  अभी 8 देश हैं।

इस संगठन में 9 पर्यवेक्षक देश शामिल है –

  • चीन
  • यूरोपीय
  • म्यांमार
  • ऑस्ट्रेलिया
  • कोरियान गणतन्त्र
  • संयुक्त राज्य अमेरिका
  • जापान
  • मॉरीशस
  • ईरान

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सार्क का महत्त्व क्यों है?

  • सार्क के सदस्य देशों का क्षेत्रफल विश्व के कुल क्षेत्रफल का 3% तथा विश्व की कुल आबादी में से 21% आबादी यहाँ निवास करती है वैश्विक अर्थव्यवस्था में इसका योगदान 3.8% है इसका तात्पर्य 2.9 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से है। 
  • सहयोग स्थापित करना- सार्क संगठन विश्व के सबसे अधिक आबादी वाला क्षेत्र है। इसके साथ ही यह विश्व की सर्वाधिक उपजाऊ वाले क्षेत्र में से एक है। सार्क देशों में परंपरा, भोजन, परिधान, राजनीतिक एवं सांस्कृतिक पहलू लगभग समान है जो कि उनके कार्यों में तालमेल स्थापित करने के साथ-साथ सहयोग भी स्थापित करता है। 
  • समस्या का समान समाधान- सार्क देशों में समान समस्याएं मौजूद हैं जैसे- गरीबी, कुपोषण, निरक्षरता, आंतरिक संघर्ष आदि। इन समस्त समस्याओं का समाधान एक ही तरीके से किया जा सकता है जिससे उनका जीवन स्तर  ऊपर उठ जाएगा।

आइए अब SAARC के मुख्य उद्देश्य क्या क्या है इसके बारे में जानते है

सार्क का मुख्य उद्देश्य क्या क्या है? 

  • सार्क का मुख्य उद्देश्य यातायात साधन को जन-जन तक पहुंचाना है।
  • इस संगठन के प्रमुख उद्देश्यों में से एक उद्देश्य कृषि विकास के साथ ग्रामीण विकास को भी बढ़ावा देना है। 
  • मानव संसाधन को बढ़ावा देना भी इसका प्रमुख उद्देश्य है। 
  • दक्षिण एशिया में आपसी सहयोग द्वारा शांति और प्रगति हासिल करना भी इसका प्रमुख उद्देश्य है।
  • इन सबके साथ ही इसका मुख्य उद्देश्य दूरसंचार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना भी है।
  • सार्क का मुख्य उद्देश्य जो कि मेरे ख्याल से सबसे महत्वपूर्ण है वह है इसका बाकी देशों तथा संगठन का सहयोग कर उनके साथ मिलकर प्रगति को बढ़ावा देने का विचार, उनके अनुसार इससे सारी दुनिया की प्रगति संभव है।

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दोस्तो आज के इस लेख में हमने SAARC Full Form in Hindi, SAARC क्या है और सार्क का मुख्य उद्देश्य क्या क्या है इस बारे में आपके साथ जानकारी साझा की। उम्मीद है कि आपको सही जानकारी प्राप्त हुई होगी। 

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