दोस्तों अगर आप एसडीएम के बारे में जानकारी लेना चाहते है तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े क्योकि यहां हम SDM Full Form In Hindi, SDM कौन होता है और एसडीएम की सैलरी कितनी होती इसके बारे में जानकारी साझा करेंगे।
विषयसूची
SDM Full Form In Hindi (एसडीएम की फुल फॉर्म)
एसडीएम की फुल फॉर्म Sub Divisional Magistrate होता है और हिंदी में सब डिविजनल मजिस्ट्रेट होता है जिससे उप मंडल मजिस्ट्रेट भी कहते है।
SDM कौन होता है?
Sub Divisional Magistrate एसडीएम का पूरा नाम या SDM की फुल फॉर्म होती है। एक SDM किसी उपखंड या तहसील को नियंत्रित करता है, उपखण्डों का निर्माण जिलों को विभाजित करके किया जाता है, एक जिले में कई उपखंड या सब-डिवीजन हो सकते है इसलिए एक जिले में कई सारे SDM हो सकते है।
SDM जिला स्तर से नीचे का प्रशासनिक अधिकारी होता है, जो देश की सरकारी संरचना पर आधारित होता है। भारतीय दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 की धारा 20 (4) यह घोषणा करती है कि राज्य सरकार एक उप-मंडल के प्रभारी कार्यकारी मजिस्ट्रेट को रख सकती है और आवश्यकता पड़ने पर उसे पदमुक्त भी कर सकती है।
SDM क्या कार्य करता है?
सब डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) एक राज्य सरकार द्वारा नियुक्त अधिकारी होता है जो अपने संबंधित सब-डिवीजन में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता है। वह उप-मंडल स्तर पर जिला मजिस्ट्रेट के बाद जिले का सबसे ताकतवर प्रशासनिक अधिकारी होता है।
एक एसडीएम का कार्य जनता की शिकायतों, स्थानीय विवादों, नागरिक मामलों से संबंधित मुद्दों को उनके अधिकार क्षेत्र में हल करने और बुनियादी ढांचे के विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि से संबंधित विभिन्न योजनाओं में सरकार की ओर से काम करना होता है।
सुरक्षा स्थितियों के लिए कारखानों और अन्य औद्योगिक इकाईयों का निरीक्षण कर लोगों को उचित मूल्य पर आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करना।
SDM बनने के लिए परीक्षा
संघ लोक सेवा आयोग द्वारा हर साल आयोजित होने वाली UPSC की परीक्षाओ को पास करके आप SDM बन सकते है लेकिन उसके पहले UPSC परीक्षाओ में हिस्सा लेने के लिए कुछ योग्यताए होनी आवश्यक है। यदी आप 12वीं पास है और किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट है तो आप UPSC परीक्षाओ के लिए योग्य हो जाते है।
आप ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में UPSC एग्जाम के लिए अप्लाई कर सकते है इसके लिए न्यूनतम आयु 21 वर्ष होनी चहिये। प्रीलिम्स और मेन्स एग्जाम देने के बाद आपको इंटरव्यू के लिए कॉल आता है, एग्जाम क्रैक करने के बाद आपकी SDM के तौर पर तैनाती हो जाती है।
एसडीएम का पावर क्या होता है?
- एक सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) के पास यह पावर होती है कि वह कानून और व्यवस्था को बनाए रखने, सरकारी कानूनों और विनियमों को लागू करने, न्याय के प्रशासन में सहायता करने, सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने और भूमि विवादों की निगरानी के लिए महत्वपूर्ण एक्शन लेने की शक्ति रखता है।
- एसडीएम के पास अपने उपखंड या सब डिवीजन क्षेत्राधिकार के भीतर पार्टियों के बीच विवादों को हल करने के लिए अर्ध-न्यायिक शक्तियां भी होती हैं जैसे कि करों या सिविल/आपराधिक मामलों से संबंधित मामलों पर अपील की सुनवाई करना इत्यादि।
- इसके अतिरिक्त, एक एसडीएम किसी भी अवैध निर्माण को गिराने का आदेश दे सकता है।
चलिए अब जानते है की SDM की सैलरी कितनी होती है।
एसडीएम की सैलरी कितनी होती है?
SDM की सैलरी कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे उसकी पोस्टिंग किस जिले व राज्य में है। औसतन एक एसडीएम की शुरुआती सैलरी 56000 रुपए तक हो सकती है इसके अलावा एक SDM को कई प्रकार के भत्ते भी प्रदान किये जाते है। एसडीएम को पे बैंड 9300-34800 में ग्रेड पे 5400 के अनुसार सैलरी मिलती है। SDM का वार्षिक वेतन 2 लाख से 19 लाख तक हो सकता है।
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दोस्तों आज के इस लेख में हमने SDM Full Form In Hindi, SDM कौन होता है और एसडीएम की सैलरी कितनी होती है इसके बारे में सम्पूर्ण जानकारी साझा की है। हमे उम्मीद है इस लेख में आपको सही जानकारी मिली होगी।